और अब आँखें खुली की खुली रह गई हमने जो देखे थे निस्वार्थ सपने, दुनिया की सच्चाई देखकर ख्वाब होटों में सिली रह गई। खुली आँखें से हमने ख़्वाब देखे, मगर अब आँख को मुश्किल बड़ी है। #खुलीआँखोंसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi