आंखों के आसपास एक चिराग जलता है ये कैसे ख़्वाब हैं कि रात में दिन निकलता है मै सुन रहा हूँ वो जो दुनिया सुना रही है सुनी सुनाई बातों से कोई शख़्स कहाँ बदलता है अपने तो बहुत हैं पर हम किसी के नहीं है ख़ुद से जो नफ़रत करे ऐसा इंसान नहीं मिलता है... ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1044 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।