चाहे हम हो या न हो हमारे गुण अवगुण का आकलन लोग हमारे कर्म के आधार पर करते रहते हैं। कर्मयोगी बनके जीवन का निर्वहन अति उत्तम उपाय है।। ©रसिक उमेश #परोपकाराय सतां विभूतयः। #OneSeason