शायद अब मौसम बदल रहा है... रात में बेचैनी दिन में तपिश और शामों में कुछ ठण्डी फुहारों की आहट, गायब हैं आंखों से नींदें काम से ध्यान और हवाओं में आजादी की झटपटाहट, लगता है जैसे कुछ कच्चे उपले सा मुझमें अंदर ही अंदर सुलग रहा है मानों या मानों.... अब ये मौसम बदल रहा है... ©Empty Inkwell by Rahul Sharma #stateofmind #empty_inkwell #changetheworld #अनभिज्ञ