लबों पर खामोशी रहने दो जरा, हवाएं रोज छूकर गुज़रती हैं मुझे तेरा अहसास....कराने को! धड़कता है दिल तेरी आवाज बन तेरा हाल_ए_दिल बताने को! बेकरार सी नजरें हैं मेरी... तेरा दीदार पाने को...! कि कुछ कहने_सुनने की जरूरत, जरूरी तो नहीं हमारे दरमियां.... मैंने बिन कहे ही अक्सर..... सुना है तेरे हर अफ़साने को! हां दूर भले हम सही... पर तेरीचाहत ही काफी है, हर फासला मिटाने को! तुम नहीं हो फिर भी मुझमें तुम्ही हो तेरा अहसास ही काफी है,,, तुझे मेरे पास ले आने को....! ये गीत_गजल सब तो बहाने है, हम आये हैं खुद को सुनाने को! तुम बेशक बसते हो मुस्कुराहटों में मेरी, पर आंसू आते हैं अक्सर आजमाने को! मुसीबतों को करने दो कोशिशे लाखों "प्यार" तैयार है हर जंग जीत जाने को! #Sakshi Thakur #Sujal