मेरी बात सुनो! या अपने दिल की दोनों में फ़र्क कुछ भी नहीं। मेरी कलम कुछ कहे या तुम्हारी आँखें बोलें दोनों में फ़र्क कुछ भी नहीं। मेरी प्रतिपल की उत्कंठा और तुम्हारा नीरव मौन दोनों में फ़र्क कुछ भी नहीं। मेरी तरल आकांक्षाएँ और तुम्हारी मुस्कान दोनों में फ़र्क कुछ भी नहीं। यह एकांतिक तन्हाई और ताउम्र की प्रतीक्षा दोनों में फ़र्क कुछ भी नहीं। #shamaurtanhai #205 #anam #365days365quotes #fark #kuchhbhi #nahi