नन्हीं सी आंखों से दूर के मेहताब देखे थे, बचपन में हमने भी कई ख्वाब देखे थे, जिस दौर की तुम मिसालें देते हो, हमने उस दौर में भी बिगड़ते नवाब देखे थे…. #दौर #बचपन #ख्वाब #नवाब #मिसालें #मेहताब #आंखें #शायर_ए_बदनाम