आया रे आया पूर्वजो का पक्ष आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष पूर्वजो को हम भोग लगाते है बहुत अमूल्य होता है,यह पक्ष खीर से खुश होते,हमारे पूर्वज जीवनभर करते है,हमारी रक्ष आया रे आया पूर्वजो का पक्ष आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष खुशियां आती है,सदा उस घर जहां होता है,बड़ो का आदर श्राद्ध का भी यही है,मकसद हिंद संस्कृति का सुंदर है,नक्ष जीते जी क्या,मरने के बाद भी, जो रखता अपनो से स्नेह-वक्ष उसे पूर्वज देते है,आशीष लक्ष आया रे आया पूर्वजों का पक्ष आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष पर जो आधुनिकता के नाम पर, रीति-रिवाजों पर उंगली उठाता, ज़रा वो देखे,कितने सत्य-समक्ष जो जीते जी सेवा नही करते है, वो क्या खाक मनाएंगे श्राद्ध पक्ष वही मनाता है,यहां श्राद्ध पक्ष जो पूर्वजो को मानता है,समक्ष वही है,इस जग मे सच्चा शख्स जो यहां अपने माता-पिता को, जीते जी खुशियां देता है,लक्ष पूर्वज कृपा पाता है,वो सहर्ष उस मनुष्य का जीवन है,व्यर्थ जो नही मनाता है,श्राद्ध पक्ष आया रे आया पूर्वजो का पक्ष आया रे आया हमारा श्राद्ध पक्ष दिल से विजय ©Vijay Kumar उपनाम-"साखी" श्राद्ध पक्ष #hands