नहीं बनना मुझे सीता या राधा, मेनका,यशोदा न मुझको चाहिए नारी दिवस पर विश्व का सजदा न कोई द्वंद्व नर के संग अधिकारों के दंगल में नहीं मैं भोग्या, भिक्षुक या कोई यज्ञ की समिधा जो मेरा है मुझे ही सौंप के तुम दानकर्ता बन नहीं कर सकते मुझमें दीनता का भान तुम पैदा न बांधो दायरों में मुझको तुम अपने नज़रिये के मैं हूँ सम्पूर्ण बंट कर भी, हूँ तुम सी फिर भी तुमसे जुदा दुनिया हमें वही बनाना चाहती है जो हम नहीं बनना चाहते। #नहींबननामुझे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #नरनारी #स्त्री #अंजलिउवाच