अनजाने में हम अपना "दिल" गवा बैठे, इस #प्यार में कैसा #धोखा कर बैठे, उससे क्या गिला करे... #भूल हमारी थी, जो बिना #दिलवालों से "दिल" लगा बैठे !! वो #प्यार जो "हकीक़त" में प्यार होता है,