ये जो पत्ते के सिरे पर टिकी है । ओस की आखिरी बूँद । मैं सोचता हूँ की इसे, कब तक सम्भाल पाएगा पत्ता । इनदोनों के बीच तो कोई, करार भी नहीं हुआ होगा । कि उम्र भर साथ निभाना है ।। पर कितना खुबसूरत है न, कुछ पलों का साथ इनका ।। कभी - कभी सूरज की रौशनी पड़ने से, बुँद चमक उठती है ।। बस इतनी सी, इतनी - सी ही बात है । पर सोचना तो पड़ता है, कि कब तक सम्भाल पाएगा पत्ता ।। कब तक ?? #ओस #पत्ता #सिरे #yqbaba #yqhindi #yqshayari #yqkavita