टूटकर डाल से भी मुस्कुराते हैं हम फूल हैं आखिर तक खुशबू लुटाते हैं हम... जरा कह दो हवा के झोंको से हमे तंगना किया करें कौन सी लंबी जिंदगी लेकर आते हैं हम... सच तो यही है कि हमें हर कोई तोड़ता है मगर खुश है क्योंकि टूटकर ही हरी चरणों में स्थान पाते हैं हम...!! ©maher singaniya टूटकर डाली से...