...... कभी तो आसमाँ से चांद उतरे जाम हो जाये तुम्हारे नाम की इक ख़ूबसूरत शाम हो जाये हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाये चराग़ों की तरह आँखें जलें जब शाम हो जाये अजब हालात थे यूँ दिल का सौदा हो गया आख़िर मोहब्बत की हवेली जिस तरह नीलाम हो जाये