zishan alam ©ذیشان عالم zishan alam मैं अज़ीयत में हूँ अभी लिख नही पाउँगा लिख भी दूं तो ज़यादा नही लिख पाउँगा ढल के आऊंगा किसी दिन अलग अंदाज़ में आज लिखा तो बेहतर नही लिख पाउँगा