सी छाईं हैं हर ओर ना जाने, किसका इंतज़ार है मुझको सन्नाटे ने, घर कर लिया है दिल में इसमें किसी रौनक की, उम्मीद नहीं अब मुझको तन्हा कट रहा है, अब ज़िंदगी का सफ़र कोई साथ भी होगा मेरे, लगता नहीं मुझको ♥️ Challenge-764 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।