मिलती नहीं ख़ुशी कहीं जब हमसे वो रूठते हैं लगता नहीं है दिल कहीं जब अश्कों को वो पोछते हैं... Challenge-171 #collabwithकोराकाग़ज़ आज के इस ख़ूबसूरत कोलाब का नाम है "दिल से दिल तक" जो कि चार लेखकों को मिलकर कोलाब करना हैं। हर लेखक को अपनी रचना को दिल शब्द से शुरू करना है और दिल शब्द पर ही ख़त्म करना है। कोई शब्द सीमा नहीं है परन्तु हर लेखक की रचना गोले के अंदर होनी चाहिए। अंतिम लेखक को काॅमेंट करना है। काॅमेंट का उदाहरण नीचे देखें- दिल से दिल तक 1- 2- 3-