हार गए महलों वाले ये, जीत है खून पसीने की, दुनिया देख रही है ताक़त, छप्पन इंची सीने की । टुकड़े टुकड़े करके सबको, थे जाति में बाँट रहे, जनता का सब खून चूस कर, अपना हिस्सा छाँट रहे। जिस भारत ने दिया सहारा, उसकी ही जड़ काट रहे, मैं भी चौकीदार बना तो, धूल अकेले चाट रहे ।। बँटवारे पर जीत हुई है, मंदिर और मदीने की । दुनिया देख रही है ताक़त, छप्पन इंची सीने की ।। टुकड़े गैंग है टुकड़े-टुकड़े, दलबदलू का नाम नहीं, देश के अंदर, नयी लहर है, ग़द्दारों का काम नहीं । अवसरवादी गठबंधन की, चली कोई दुकान नहीं, बुआ, भतीजा, बबुआ, चाचा, बची कोई पहचान नहीं। उम्मीदें जम कर झूमीं हैं, आस बंधी है जीने की । दुनिया देख रही है ताक़त, छप्पन इंची सीने की । #NitinDilSe # NKHarit ताक़त 56 इंची सीने की #NkHarit #NitinDilSe#Nojoto