ये हमें अपना आयना बताता है, जो समझ न सके अहसास को, फिर वो क्यूँ रोब जमाता है। दुख ये नहीं कि वो अपना नही, दुख ये है, कि वही बार बार ख्याल में क्यूँ आता है। उनकी हर बात को माना हमनें, हमनें कुछ कहा तो, हर बार नही नही क्यूँ दोहराता है। माना कि हम रह नही सकते उनके बिना, ऐसी ज़िन्दगी को अलविदा कहना, हमें भी तो आता है। इस फ़ैसले पे आख़िर दोनों ही ख़ुश नहीं हैं। #कौनख़ुशहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi