है जुनून दिल में तो लिखो इबारत आज़ादी की, भ्रष्टाचार में लिपटे लोगों की लिखो इबारत तबाही की, क्रांति की मशाल जलाके भीतर अपनें, हर हाल में लिखो इबारत आज़ादी की महान क्रांतिकारी भगत सिंह (28 सितंबर) के जन्म दिवस पर यही है कामना जब भी पाप सीमा लांगे क्रांति की हीं मशाल थामना । #कविमनीष