तेरी तस्वीर को उस निग़ाहों से देखना मेरी ख़ता है अब तू डँस ले या बदन से लिपट जा तेरी रज़ा है । (ख़ता =भूल, रजा=इच्छा ) रज़ा #क़लम_ए_ख़ास