कभी पानी तो कभी आग देखते हैं हम तेरी आंखों में एक रेगिस्तान देखते हैं..... भटक न जाएं इस भूल भुलैया में इसलिए बाहर से ही भीतर के तूफान देखते हैं.... तुम करती हो गिला मेरी बेरुखी का और हम अपनी रिहाई के आसार देखते हैं.... समझाया तो हमने भी खुद को बहुत पर अब हम भी सहरा में ही बहार देखते हैं......। #yqdidi #yqbaba #ankhein #बुंदे Gunjan Gulati , Shree thanks ❤️❤️❤️