जब न रहूं मैं, जलाना नहीं मुझे। दफनाना देना और लगाना, 'गुलाब' का पौधा वहां पर। ताकि 'महका' सकूं जहां को, मरने के बाद भी। #गुलाब #महक #दफनाना #सांझ_शैलेश #yqhindi #yqdreams #yqbaba