पतलकार भाग - 1 कुछ कडवी बातें होंगी,मुँह मे शहद बनाए रखें । 1. कोई रबिश कुमार यह नहीं पुछेगा ममता बैनर्जी से कि "जय श्री राम" का नारा अपमान जनक कैसे हुआ ? करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का अपमान नहीं दिखा किसी भी पतलकार को ? सिर्फ सोचिए कि अगर यह नारा "अल्लाह हु अकबर" या "हेल जिसस" का होता और ममता बनर्जी की जगह नरेंद्र मोदी होते तो खुद को पवित्र पतलकार समझने वाले रबिश कुमार अपना मुँह काला करके छाती पीट रहे होते । यह कैसा सेक्युलरिज्म है जो सिर्फ एक नजर से देखता है,यह कैसे होता है ? किसको नहीं पता आप किन लोगों के बीच बैठते है,वो लोग जो आर्मी को रेपिस्ट बोलते ह