कभी सोचा नहीं था,ऐसा वक्त भी आएगा इंसान ही ख़तरा बनेगा,इंसान ही पार लगाएगा ज़िदगी में उस मुकाम तक,जाना अभी नहीं है जहाँ शहर तो होगा,साया नज़र नहीं आएगा वक्त कह रहा है,अभी वक्त है संभल लो अगर अब भी नहीं संभले,तो वजूद भी मिट जाएगा अभी बंदिशें लगी हैं,कल नींद भी उड़ेंगी अगर फिर भी नहीं रूके तो,ये घरौंदा बिखर जाएगा कुछ भी गलत करके,अपनी बारी का इंतज़ार करना अगर चिंगारी कोई भड़की,तो तुम्हारा भी घर जल जाएगा अगर सपने ही देखने हैं,तो चारदीवारी में तुम रहना ये रात भी ख़त्म होगी,नया सवेरा फिर मुस्कुराएगा... © abhishek trehan #abhishektrehan #manawoawaratha #koronavirus #covid19 #yqdidi #yqbaba #stayhome #staymotivated