सुन्दर हो नीति तो बनती जाए सुनीति, कुप्रभाव में डाले जो कहते उसे कुरीति मन में हो विचार शुभ तो अंतर हँसता है, ईश्वर आख़िर जग के कण-कण में बसता है #सुनीति #कुरीति #जीवन #धारा #ईश्वर #मन #शुभरात्रि #कविता