सच कहूँ तो मुझे एहसान बुरा लगता है, जुल्म सहता हुआ इंसान बुरा लगता है, कितनी मसरुक हो गयी है ये दुनिया, एक दिन ठहरे तो मेहमान बुरा लगता है। #सच कहूँ तो #