बेहतरीन की तलाश में, इक उम्र गुजारने के बाद, बेहतरीन पल, बेहतरीन कल, बेहतरीन सफर, बेहतरीन हमसफर, बेहतरीन जिंदगी....... और फिर, ख्वाइशों की अगली सीढ़ी पर, शुरू हो जाता हैं, बेहतरीन से बेहतरीन, नुक्स निकालने का सिलसिला.... और फिर एक एक करके, बेहतरीन जिंदगी के, बेहतरीन सफर में, बेहतरीन कल, बेहतरीन पल, और बेहतरीन हमसफर, सबका अंत हो जाता हैं। #मोनिका वर्मा 12.01.2024 ©Monika verma #poem✍🧡🧡💛 #ankaha_ehsaas #ankahe_jazbat