तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है, इस बेगानी दुनिया में तू मुझे अपना लगता है| तुझ संग गुज़र रही है बहुत आराम से ज़िंदगी, तुझ बिन फूलों से भरा रास्ता खुदरा लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है… सादा दिल ही यहाँ होते हैं दाग-दाग, जिन्हें दूसरे का ग़म भी अपना लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है… कपड़ों की तरह रोज़ इरादे बदल देते हैं नादां, जैसे तस्वीर बदलने का इन्हें चसका लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है… वो कितना तन्हा है.. तुम क्या जानोगे कभी, वो जो एक शक्स हर किसी को अपना लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है… आँसू आँखों से बह जायें तो बेहतर है "अंकुर" जो बह नहीं पाते उन्हें सूखने में अरसा लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है, इस बेगानी दुनिया में तू मुझे अपना लगता है| तुझ संग गुज़र रही है बहुत आराम से ज़िंदगी, तुझ बिन फूलों से भरा रास्ता खुदरा लगता है| तुम से दिल की हर बात कहना अच्छा लगता है… सादा दिल ही यहाँ होते हैं दाग-दाग,