तुमको याद है ,तुमने मुझसे कहा था . तुम जंगली फूल जैसी हो . मेरे सभ्यता ,तमीज और खूबसुरती के बागीचे मे सजने के लायक नहीं .. .. उखार के फेक आया था ना मुझे उन पहाड़ो के बीच ...उन जंगलो मे .. देखो मुझे मैं फिर ऊग आयी ... उन जंगलो मे ...मैं फैली हुई अपनी साखो से बाधी पूरी वादी को ... . हा तुमने सही कहा था मैं जंगली फूल हु , #NojotoQuote