भूल तो नही पाऊंगी तुझे। मग़र हाफ़ज़ा भी नही आयेगी तेरी।। बोली वो आँखों में अश्क लिए ।। #अश्कों_से_बयां_दर्द_की_अहमियत #भूलना_चाहा_उसे_पर_भुला_न_पाया_दर्द