की कैसे कहूं की तुझे कितना चाहता हूँ, न छाहते हुए भी तेरे ख्यालों में रहता हूँ, की मंजिल पर पहुंचने पर भी खुद को मुसाफिर कहता हूँ, पूरा होने के बावजूद भी खुद को अधूरा कहता हूँ, की सागर होने के बावजूद भी नीर की तलाश में रहता हूँ, की तेरी एक जलक से ही मरुस्थल को भी हरा भरा कहता हूँ, की कैसे कहूं की तुझे कितना चाहता हूँ, न चाहते हुए भी तेरे ख्यालों में रहता हूँ.. ©Gitesh Grover #eighth #Nojoto #Shayari #khyaal #quotes #गीतekनज़राना #andaaj #SongOfLove