उन्हीं रास्तों से गुजरता रहा, जिन पे कभी तुम साथ थे मेरे। 💔 मुझे रोक-रोक कर अब भी पूछा करते हैं, तेरा हमसफ़र कहाँ है.. तन्हाई का ये मंज़र वीरानी अंदर बाहर। #suchita #तन्हाईकामंज़र #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #suchitapandey #सुचितापाण्डेय