जिंदगी तू ही बता - कुछ किताबों में अभी भी आती है, उसकी खुशबू। कुछ शब्द अभी भी महसूस हैं करते, उसकी उंगलियों की छुअन। उसके हांथों की लिखी पर्चियां, अभी भी वहीं की वहीं हैं पन्नों के बीच। वो नहीँ है तो क्या हुआ, उसका हर एहसास अभी भी ज़िन्दा है। समय ही था जो जी भर मुस्कुराया था तब, जब बिछड़े थे हम। समय ही है जो आज, सर झुकाए शर्मिन्दा है। ज़िंदगी तू ही बता, किस पल की थी ये ग़लती? ज़िन्दगी तू ही बता, आख़िर थी मेरी क्या ख़ता... #ज़िन्दगीबता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi