साहिर तेरे बाद अब और न कोई आएगा। शायर कई आंएगे मगर, 'शब्दों का जादूगर' अब और न कोई कहलाएगा। साहिर एक सोच है, एक मिसाल हैं जो रख लिया तेरा नाम मैने तो गुनाह मेरे सर भी आएगा। पर ये गुनाह मंजूर है मुझे