ईश्वर के दिए फूल हैं ये , इन्हें तुम खिलने दो दे दो हाथों में कलम, इन्हें स्वयं से मिलने दो|| नन्हें हाथों में न पत्थर पकड़ाओं, बचपन के गीत संग इनके गाओ अनगढ़ मिट्टी की काया हैं,आकार में ढलने दो शिक्षा की धार से इनका भाग्य बदलने दो | ©स्मृति.... Monika #बाल -श्रम अपराध है#