हंस बोला - मुझे क्यों मारोगे ? आदमी बोला - हमारे पास न पैसा है और न ही सामान तो क्या करें ? हंस सोच में पड़ गया । इन्होनें चूल्हा भी जला लिया है । सब कर्मशील हैं, मुझे तो यह खा ही जायेंगे तो हंस बोला - अगर मैं आपको धन दे दूं तो मुझे छोड़ दोगे । घर का स्वामी बोला - हां, छोड़ देंगे । हंस कहने लगा मेरे साथ चलो मैं तुम्हें धन देता हूं । हंस उन को थोड़ी दूर ले गया और चोंच से इशारा किया और कहा कि यहां से निकाल लो । उन्होंने गढ्ढा खोदा और वहां से धन निकाल लिया । हंस का धन्यवाद कर के वापस अपने गांव आ गये और एक ही दिन में खूब मौज से रहने लग गए । अब उनके घर में किसी चीज की कमी नहीं थी । पड़ोसी ने देखा कि इस परिवार के पास ऐसी कौन सी चीज आ गयी जो इन के पास इतना कुछ आ गया । ©priyaranjan and sutika ak kahani tarrakki ki pst 2 #Luminance