जब जब आयें चुनाव , सब नेता आये रंग में चाहें हर जाति के लोग, रंगें इनके ही रंग में रंगें इनके ही रंग में बिसरावैं सब कही कहाई है एक पहेली राजनीति, हमें कबहुँ समझ ना आई कहे 'राहुल' जनता समझे सब राजनीति को नाटक वोट लिये पीछे भूलें नेता जनता को फाटक ! Rajneeti