इमरोज़ बढ़ चले अनजाने सफ़र पर, भूल भुलैया में रह गए हैं फंस कर, जिंदगी की किताब के गुमनाम पन्ने हैं, हमने कई बार देखा पलट पलट कर। A challenge by Collab Zone🌟 ✔️समय - १० फरवरी शाम ५ बजे तक ✔️ ४-६ पंक्तीयो में ही रचना लिखनी है । 📎Highlight Post