खुद दीदार तो करते है,खुद का दीदार भी करवाया जाय ये शर्म हया या डर है खुल कर बताया जाय ये आंखे बेकरार है दीदार को तुम्हारे इन आंखो का कुछ तो इलाज कराया जाय लगता है बरसो जमाने बीत गये है तुम्को देखे हकीकत मे ना सही तसबीर से ही गुजारा कराया जाय इन आंखो का कुछ तो इलाज कराया जाय मुन्तसिर रहेगींं ये चार घण्टो तक मौत आने के बाद कम से कम तब इन्हे न तरसाया जाय इन आंखो का कुछ तो इलाज कराया जाय ©shailesh pandit #aankhokaillaj