#मृत्यु#माँकीममता#बेटा#संवेदना#पड़ोस#कल तक जिस गली मे शगुन के गीत गाए जा रहे थे,ढोल नगाड़े बज रहे थे खुशियों की धूम थी,लोगों का आना जाना था,
आज वही पड़ोस में किसी अपनों के जाने का दु:ख है,मातम है,रोना-धोना है !
उस माँ के दिल पर क्या बीत रही होगी जिसने अपने कलेजे के टुकडे को हमेशा के लिए खो दिया है जो अब कभी लौटकर नहीं आएगा...!!
😔 😔 😢 😢 #समाज