#OpenPoetry काश तुम भी कुल्हड़ में भरा हुआ चाय होते और हर रोज़ मैं तुम्हे अपने होंठों से छूती, चाय की तरह ही तुम भी मुझमें घुल जाते और तुम्हे पीकर मैं भी कहीं गुम हो जाती। .......................... #OpenPoetry #KulhadBharIshq #ChaiLover