बस कुछ घड़ियां और सब ठीक हो जाएगा , यह जो तेरे हृदय का विषाद है कल यूहीं मिट जाएगा । समय की सिर्फ बात है , हम सबने कितनी ही लड़ाइयां लड़ी, साथ हो तो जीत जाएंगे , हिम्मत हो तो कौन मुश्किल बड़ी। डटकर लड़ रहे कलियुग के देवता , हर पल करते कल्याण , सफेद कोट और खाकी पहनें जैसे घूम रहे भगवान । माना कुछ कमी है पर तुम अकेले कहां, जूझ रहा पूरा संसार , साथी बस तुम हाथ बढ़ाना कल फिर भर जाएंगे भंडार । मन मिलन को तरसता हररोज , कुछ और पल बस मेरे मीत, देखना कल फिर कलम लिखेगी , जिद्दी मानव फिर गया जीत । जब कल शहर खुलेगा , बस भूलना मत कभी जो मिला ज्ञान, गलत थे कहीं पर आगे याद रखेंगे प्रकृति से कौन बलवान। ' शिव ' बस कुछ घड़ियां और .... #कविता #जीवन #संघर्ष #होंसला #हिम्मत #लॉकडाउन