व्यक्ति हवस की आग को जितना बुझाने की कोशिश करता है , यह आग उतनी ही भड़कती है । और व्यक्ति उस आग में जलकर राख हो जाता हैं ।। ©Bhanwarlal Meghwal #Stoprape #stoprapeculture #Stoprape