मेरा भारत चीख़ रहा क्यों, रोज़ सुबह अखबारों में। भला आग क्यों भड़क रही है, भारत के घर-बारों में। जय जय भारत गूंज रहा जहाँ, एक ओर गलियारों में। वही देश द्रोह की बू आती है, शाहीन बाग के नारों में..... N kumar #Letter_To_the_Nation