ऐ ख़ुदा तु ही बता दे कि हम कहाँ जायें जहाँ तेरा है ये या तेरे हम जहाँ जायें दिल में बेशक रहो दिलबर के पर ये इल्म रहे तन्हा आये थे कहते हैं सब तन्हा जायें (शाफिर मुजफ़्फ़री) शाफिर मुजफ़्फ़री(प्रमोद त्यागी)