मुफ्त मे नही शिखा ये अल्फाज से शाज का हुनर बदले मे जिंदगी की हर खुशी तबाह की हैं मुझे अकेले पन से डर नही लगता सच कहू तो झूठे रिश्तो से डर लगता हैं #अल्फाज से #शाज का #सफर