बचपन के दिनों मे, विद्यालय की छुट्टियाँ नाना के घर गुजरे बड़ा सुहाना लगता था, कई सालों बाद आज फिर पानी की बूँदों के बीच मैं नाना के घर से वापस अपने घर लौट रहा हूँ, मानो ऐसा लग रहा है जैसे मैं छुट्टियाँ खूब उड़ा कर अधूरे होम वर्क के साथ विद्यालय पुनः शुरू करने के लिए दुखी मन से घर वापस लौट रहा हूँ।। #childhood