मै अपने बरबादियों को खरीद लुंगा ।। मैं अपने आजादियों को खरीद लुंगा ।। खाना,पीना,सोना, जगना सब बहाने हैं, खुद को बेच के अपने आप को खरीद लुंगा ।। अब मुझे मरना भी होगा, सोने से पहले बस ये, अब वो,क्या वो भी सब सोची यादो को भी खरीद लुंगा ।। Shakti singh kharid lunga