तमाशा यहां सुबहो शाम होते देखा, तमाशा यहां बेहिसाब होते देखा ।। देखा यहां लोगो का बेहेक जाना, लोगो को यहां अपना पहचान खोते देखा ।। बंद है आज जो कभी सबको कैद कर लेते थे , कैदियों को आजाद होते देखा ।। -shishir Tripathi चिड़ियाघर।। #Lockdown_2 #nojoto #follow #modiji