जरूरी नहीं हर हत्या के पीछे कोई हत्यारा हो । बिना हत्यारे के भी हो सकती हैं हत्याएं। हां मगर हर हत्या की वजह होती है।। आत्महत्या की भी वजह होती हैं। मरने वाला तो केवल शरीर को मारता है। रूह को मारने वाला तो कोई और होता है। हर मौत का ज़िम्मेदार कोई तो होता है वो जिसने बिना परिस्थितियों को समझे फैसले किए आत्महत्या करने वाला कायर नहीं होता मरना इतना आसान तो नहीं होता और ना ही ज़िंदगी से नफ़रत करता है बस लोगों से दूर होना चाहता है। anushka Dhaka #hatya